Bhoj Sanhita 05 Brihaspati Khand भोज संहिता बृहस्पति खण्ड (Hindi) by Bhojraj Dwivedi बृहस्पति ग्रह सभी ग्रहों में बड़ा एवं वयोवृद्ध है। ज्ञान का प्रतीक यह ग्रह देवताओं का गुरु है। कुंडली में बृहस्पति को लेकर व्यक्ति की शैक्षणिक योग्यता, धार्मिक चिंतन, आध्यात्मिक ऊर्जा, नेतृत्व शक्ति, राजनैतिक योग्यता, संतति, वंशवृद्धि, विरासत, परंपरा, आचार व्यवहार, सभ्यता, […]
No comments:
Post a Comment