Janma Aur Mrityu Se Pare जन्म और मृत्यु से परे (Hindi) by His Divine Grace A C Bhaktivedanta Swami Prabhupada (2013) प्रभुपादपुस्तकें हम जन्म और मृत्यु का अनुभव कर रहे हैं, लेकिन वास्तव में हम जन्म और मृत्यु से परे हैं। हम शाश्वत आत्मा हैं, लेकिन अपने कर्म और इच्छाओं के अनुसार हम एक शरीर से […]
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