Dhurandhar Jyotishi Athart Bhav Prabhakar धुरन्धर ज्योतिषी अर्थार्त भाव प्रभाकर (Hindi) by Gangaprasad Gupt Malik (2005) ज्योतिर्विधा के वास्तविक चमत्कार का महत्व हर किसी की समझ में नहीं आता, अतएव एक ऐसे ग्रन्थ के संकलन की परमावश्यकता थी कि जिसकी भाषा सरल, सुबोध और सुगम हो और जिसके लिखने का ढंग ऐसा सीधा - सादा हो […]
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